गिरफ्तारी की भनक लगते ही थाना पहुंच गए संदेही पुलिसकर्मी, टीआइ से बोले- गिरफ्तार आरोपित हमारे मुखबिर
देवास/इंदौर। देवास के पुलिस वाले अपने मुखबिरों को चोरी की बाइक उपलब्ध कराते हैं। यह मुखबिर क्राइम ब्रांच की स्टाइल में घूमते हुए वसूली का काम करते हैं। कहने को तो देवास में कोई क्राइम ब्रांच नहीं है लेकिन गुप्त रूप से कुछ पुलिसकर्मी क्राइम ब्रांच का बन कर काम कर रहे हैं।
नईदुनिया इंदौर की रिपोर्ट के अनुसार क्षिप्रा पुलिस ने बुधवार दोपहर दो युवकों को चोरी की बाइक सहित पकड़ा। बाइक पर 'पुलिस' लिखा था और युवक खुद भी पुलिसकर्मी बनकर घूमते थे। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि चोरी की बाइक देवास क्राइम ब्रांच में पदस्थ एएसआइ और सिपाही ने दी थी। आरोपितों के पकड़ाने की भनक लगते ही दोनों संदेही पुलिसकर्मी थाना जा पहुंचे और आरोपितों को मुखबिर बताया।
शिप्रा थाना पुलिस बुधवार दोपहर एबी रोड पर वाहन चेकिंग कर रही थी। पुलिसकर्मियों को देख बगैर नंबर की बाइक से आ रहे दो युवकों ने भागने का प्रयास किया। सिपाहियों ने पीछा कर दोनों को पकड़ लिया। युवकों ने बताया कि उनका नाम सूरज उर्फ अमर सिंह पुत्र राय सिंह निवासी विवानगांव खंडवा और अमित पुत्र भगवान सिंह निवासी आदर्श नगर देवास है। पकड़ी बाइक करीब छह महीने पूर्व देवास क्राइम ब्रांच में पदस्थ एएसआइ शकील कुरैशी और सिपाही शैलेंद्र राणा ने दी थी। टीआइ आरके सिंह बयान ले रहे थे कि एएसआइ कुरैशी और सिपाही राणा थाने पहुंच गए। दोनों ने सफाई देने की कोशिश की और कहा कि आरोपित उनके मुखबिर हैं। कुछ दिनों पहले 24 बाइक और 12 कट्टे पकड़ाने में भी इनका हाथ था। पुलिसकर्मियों ने अफसरों से फोन करवाए और टीआइ पर आरोपितों को छोड़ने का दबाव बनाया।
10 महीने पहले चोरी हुई थी बाइक
शिप्रा टीआइ द्वारा नईदुनिया को दी गई जानकारी के मुताबिक, जानकारी मिली है कि जब्त बाइक की कोतवाली (देवास) में चोरी की रिपोर्ट दर्ज है। उक्त बाइक जितेंद्र के नाम से रजिस्टर्ड है और पिछले साल अक्टूबर में चोरी हुई थी। कोतवाली पुलिस से संपर्क करते ही टीआइ उमवार सिंह का फोन आ गया। उन्होंने भी पुलिसकर्मियों की पैरवी की और कहा कि बाइक की रिपोर्ट देवास में दर्ज है। आरोपित और बाइक उनके सुपुर्द कर दिए जाएं। देर शाम सांवेर एसडीओपी पंकज दीक्षित थाना पहुंच गए और आरोपितों से नए सिरे से पूछताछ की। टीआइ सिंह के मुताबिक, युवक गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि बाइक क्राइम ब्रांच परिसर से चुराई थी।
हवाला-शराब और जुआ कांड में फंस चुका है एएसआइ
नईदुनिया की रिपोर्ट के अनुसार एएसआइ शकील कुरैशी वर्तमान में देवास के टोंक थाना में पदस्थ है जबकि सिपाही शैलेंद्र राणा की बीएनपी में पोस्टिंग है। दोनों पुलिसकर्मी क्राइम ब्रांच में काम करते हैं। कुरैशी इसके पहले उज्जैन में पदस्थ था। इस दौरान हवाला व शराब तस्करी कांड में नाम सामने आया और जांच बैठी। हाल ही में देवास में जुआ के 17 लाख रुपये लूटने के आरोप भी लगे हैं।
खबर साभार नईदुनिया इंदौर
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