- कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने कोरोना वायरस से बचाव की तैयारियों की अपने ऑफिस में समीक्षा की
- कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन सजग व सतर्क होने का दावा
- जिला चिकित्सालय में बनाया गया आईसोलेशन वार्ड, हालांकि वो टूटा फूटा है
देवास। कोरोना वायरस को लेकर कलेक्टर के ऑफिस में समीक्षा बैठक हुई। हालांकि कलेक्टर ने अब तक स्वयं जाकर कोरोना से बचाव की तैयारियों का जायजा नहीं लिया। आइसोलेशन वार्ड बनाए जाने की बात कही गई है, लेकिन देवास लाइव पहले ही बता चुका है कि आइसोलेशन वार्ड के नाम पर एक टूटा फूटा कमरा चिन्हित किया गया है।
प्रशासन द्वारा जारी की गई खबर पढ़ें
👇👇
कोरोना वायरस के संबंध में जिला प्रशासन सजग एवं सतर्क है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए आवश्यक तैयारियां तथा रोकथाम के संबंध में कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय द्वारा गुरुवार को सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन के साथ पुन: समीक्षा की गई। बैठक में सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन ने जिले में कोरोना वायरस से बचाव व रोकथाम हेतु अब तक की गई तैयारियों से अवगत कराया।
बैठक में बताया कि जिले में अभी तक कोराना वायरस से संबंधित कोई भी मामला नहीं आया है। कोराना वायरस से बचाव एवं जागरूकता के लिए जिले में टीम गठित की गई है। उन्होंने बताया कि यदि कोई मामला सामने आता है तो जिला अस्पताल में आवश्यक तैयारियां कर ली गई है। जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। जिला चिकित्सालय में N95 मास्क उपलब्ध है, N95 मास्क वायरल फ्लू से बचने के लिए काम में आता है। जिले में चीन से 10 लोग आए थे इन सभी की स्क्रीनिंग कर ली है। देवास जिला अभी पूर्ण सुरक्षित है। जिले में कोराना वायरस से बचाव एवं जागरूकता के लिए टीम गठित की गई है।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सिविल सर्जन एवं समस्त मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारियों, मेडिकल ऑफिसर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता व आशा कार्यकर्ता को निर्देशित किया गया है कि अपने क्षेत्र मे गंभीर रोगियों/गंभीर सर्दी जुकाम की बीमारी के मरीजों पर नजर रखे एवं एक स्थान से आने वाले मरीजों की जानकारी रखी जावे। इस बीमारी नियंत्रण एवं बचाव हेतु चिकित्सक व समस्त स्वास्थ्य प्रदायकर्ता सावधानी बरते तथा आम नागरिकों को भी जागरूक करें। कोरोना वायरस का कोई भी मरीज चिन्हित होता है तो उसके भर्ती हेतु जिला चिकित्सालय देवास में तृतीय तल पर आइसोलेशन वार्ड चिन्हित किया गया है। आईसोलेशन हेतु जिला चिकित्सालय देवास में तृतीय मंजील पर दो-दो बिस्तर के तीन के वार्ड, कुल 06 बिस्तरीय आरक्षित किए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. सक्सेना ने बताया कि 02 मार्च को जिला चिकित्सालय में कोरोना वायरस के संबंध में मरीजों के सेम्पल लेने हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि समय-समय पर जन जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही जिला चिकित्सालय व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों सहित विभिन्न विभागों के शासकीय कार्यालयों पर भी जनजागरूकता वाले फ्लेक्स भी लगाए गए हैं।
सीएचएमओ डॉ. आर. के सक्सेना ने बताया कि लोगों को समझाईश दी जा रही है कि कोरोना वायरस से घबरायें नहीं, रोकथाम एवं बचाव का उपाय अपनाए। सावधानी ही बचाव है इसके लिए खांसने व छीकने के बाद, शौचालय के इस्तेमाल के बाद हाथ साबुन से धोये। इसके अलावा खाने के पहले व बाद हाथ धोना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि यदि कोई 15 जनवरी के बाद चीन से लौटा है तो मेडिकल टेस्ट अवश्य करायें यदि कोरोना पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में रहा है तो 14 दिनों तक के लिये अपना सम्पर्क सीमित रखे व अलग सोये। समस्त चिकित्सक को उनके अधिनस्थ स्वास्थ्य संस्थाओं उच्च स्तर का संकमण प्रकरण प्रोटोकॉल बनाने के निर्देश दिए गए एवं डब्ल्यूएचओ द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करने हेतु भी निर्देश दिए गए। उन्होंने अपील की है कि किसी भी प्रकार का पेय पदार्थ कोलडिक्स) आईस्कीम, कुल्फी आदि खाने से बचे इसी प्रकार का बंद डिब्बा भोजन, बर्फ का गोला, सील बंद दूध तथा दूध से बनी मिठाईयां जो 24 घण्टों से पहले बनी है उसे न खायें। वायरस से बचने के लिए हाथों को साबुन या गरम पानी से धोये तथा खांसते, छींकते समय नाक व मुंह को किसी रूमाल से ढंके क्योंकि ये वायरस छींकने से फैलाता है।
सीएमएचओ डॉ. सक्सेना ने बताया कि जिले के समस्त चिकित्सा अधिकारियों की बैठक आयोजित कर कोरोना वायरस से बचाव एवं प्राथमिक उपचार के संबंध में प्रशिक्षित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को अंतर्विभागीय बैठक आयोजित कर जागरूकता हेतु आवश्यक चर्चा एवं प्रशिक्षण दिया गया है।
COMMENTS