देवास। जिस थाना प्रभारी का देवास की विधायक कुछ ना बिगाड़ पाई। एसपी महोदया ने निलंबन किया तो तुरंत बहाल भी करना पड़ा और वापस उसी थाने में भेज...
देवास। जिस थाना प्रभारी का देवास की विधायक कुछ ना बिगाड़ पाई। एसपी महोदया ने निलंबन किया तो तुरंत बहाल भी करना पड़ा और वापस उसी थाने में भेजना पड़ा, तो समझा जा सकता है कि टीआई साहब की कितनी फेंक फाक है।
औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी बृजेश श्रीवास्तव को एसपी कृष्णावेणी देसावतु ने कुछ दिनों पहले एक मामले में घोर लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया था। इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र थाने में परिविक्षाधीन डीएसपी प्रतीक्षा राठौर को थाना प्रभारी बनाया गया। कुछ ही दिनों में टीआई साहब को फिर से बहाल कर दिया गया और डीएसपी के अधीन वापस औद्योगिक क्षेत्र थाने भेज दिया गया। अब वे परिविक्षाधीन डीएसपी को सहयोग करेंगे और थाने का कामकाज सिखाएंगे। परिवीक्षा खत्म होने के बाद डीएसपी की पोस्टिंग कहीं हो जाएगी लेकिन उसके बाद संभवतः टीआई साहब थाना प्रभारी बन जाएंगे। अब लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि एक प्रकार से उन्हें थाने में बैक डोर एंट्री दी गई है। पुलिस विभाग की किरकिरी भी ना हो और टीआई साहब की पोस्टिंग भी हो जाए।
रात को 2:30 बजे थाने पहुंची थी विधायक, टीआई के खिलाफ कई शिकायतें
कुछ महीने पहले एक मामले में कार्रवाई को लेकर देवास विधायक गायत्री राजे पवार रात को 2:30 बजे थाने पहुंची थी और जबरदस्त हंगामे के बीच यह आरोप लगाया था कि थाना प्रभारी बृजेश श्रीवास्तव जानबूझकर कांग्रेस के कहने पर काम कर रहे हैं और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। यही नहीं बीजेपी ने तो बाकायदा आंदोलन कर थाना प्रभारी को हटाने की मांग की थी।
जनता की ओर से कई बार थाना प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए। कई मामलों में अपराध कायम ना करने पर थाना प्रभारी का विरोध भी हुआ। एक मामले में तो रक्त रंजित एक महिला एसपी के सामने पहुंच गई जिसके बाद थाना प्रभारी श्रीवास्तव को एसपी ने निलंबित कर दिया।
बीजेपी के नेताओं का आरोप रहा है कि थाना प्रभारी कांग्रेसी नेताओं के कहने पर काम करते हैं और क्षेत्र में बीजेपी से जुड़े नेताओं से दुर्व्यवहार करते रहे हैं। इस आरोप की पुष्टि भी लगभग इस घटनाक्रम से हो गई कि जब एसपी ने एक बार निलंबित कर दिया तो आखिर बैक डोर एंट्री क्यों देना पड़ी? क्या एसपी पर राजनीतिक रूप से दबाव आ गया या उनके पास कोई सक्षम थाना प्रभारी मौजूद नहीं है। बहरहाल इस मामले से पुलिस विभाग की जमकर किरकिरी भी हो रही है।
COMMENTS