देवास। नवविवाहिता की मौत पर जिला अस्पताल में जमकर विवाद हुआ। आरोप है की दहेज प्रताड़ना से परेशान नवविवाहिता ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। मायके पक्ष ने काफी देर तक हंगामा किया और ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि बेटी को इतना परेशान किया कि उसे अपनी जान देना पड़ गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर आत्महत्या के कारणों की जांच शुरु कर दी है।
क्या है मामला
बीएनपी थाना पुलिस के मुताबिक निकिता पिता इंदरसिंह सोलंकी का विवाह दो साल पहले अमरावती के रहने वाले अरविंद मालवीय से हुआ था। गुरुवार को ससुराल वाले निकिता को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। निकिता की माता व अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने ससुराल वालों से गाली-गलौज की और उनसे हाथापाई शुरु कर दी। मायके वालों का आरोप था कि ससुराल वालों ने बेटी को दहेज के लिए इतना परेशान किया कि उसने अपनी जान ही दे दी। उसकी मौत के जिम्मेदार ससुराल वाले है। हंगामा होता देख पुलिस ने दोनों परिवार को अलग-अलग कर समझाइश दी और यह भी कहा कि हम कार्रवाई कर रहे हैं आप कानून अपने हाथ में न ले।
मायके वालों का आरोप था कि निकिता के पति अरविंद को शादी के बाद दहेज में बाइक और नकद रुपए दिए थे। बाद में वह यह कहकर परेशान करने लगा कि मकान बनाने के लिए मायके से रुपए लाए। तब बेटी परेशान होकर घर आई थी। उसे जैसे-तैसे दो लाख रुपए जुटाकर दिए। उसने रुपए पति व सास-ससुर को दे दिए। इसके बाद भी लोभी ससुराल वालों का पेट नहीं भराया। वे आए दिन रुपयों के लिए परेशान करने लगे, जिससे बेटी को फांसी लगाकर जान देना पड़ी।
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