देवास। नगर निगम के स्वच्छता अभियान की पोल लगातार खुलती जा रही है। सीवरेज का पानी सड़कों पर बह रहा है चारों ओर गंदगी फैली हुई है। मात्र एबी ...
देवास। नगर निगम के स्वच्छता अभियान की पोल लगातार खुलती जा रही है। सीवरेज का पानी सड़कों पर बह रहा है चारों ओर गंदगी फैली हुई है। मात्र एबी रोड पर रंग रोगन करने से निगम यह आस लगाए बैठा है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में उसे अच्छी रैंक मिल जाएगी।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में देवास मध्य प्रदेश में तीसरे स्थान पर और देश में 10 स्थान पर था। लेकिन इस वर्ष होने वाले सर्वेक्षण में देवास फिसड्डी साबित हो सकता है। नगर निगम आयुक्त संजना जैन के अनुसार इस वर्ष निगम के पास फंड की कमी है, जिस वजह से स्वच्छता अभियान में वह मात्र 5 लाख रुपए ही खर्च कर पाएगा। जबकि पिछले वर्ष साढ़े 6 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए थे। हालांकि मात्र 5 लाख खर्च करने की बात किसी को हजम नहीं हो रही है, क्योंकि इससे अधिक का रंग रोगन ही एबी रोड पर किया जा रहा है। लोगों को यह बात समझ में नहीं आ रही है की ये खर्च किस मद से हो रहा है।
सीवरेज सिस्टम शुरू होते ही फ़ेल
स्वच्छता सर्वेक्षण में सीवरेज प्लांट के लिए अलग से अंक मिलते हैं, इस वजह से नगर निगम ने एक प्लांट जल्दबाजी में शुरू कर दिया। साथ ही लोगों को एडवाइजरी जारी कर दी कि वे अपना सीवरेज का पानी लाइन से जोड़ दें। इसका असर यह हुआ कि सीवरेज का पानी रोड पर बहने लगा है। माना जा रहा है कि सीवरेज सिस्टम पूरी तरह से फेल हो रहा है।
वार्ड क्रमांक 1 बामन खेड़ा में सीवरेज का पानी रोड पर भरा है स्कूल के अंदर भी घुस रहा है। ऐसे में जल्दबाजी में शुरू किए गए सीवरेज प्लांट पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कुल मिलाकर इस वर्ष नगर निगम का स्वच्छता अभियान बुरी तरह से विफल हो सकता है और रैंकिंग में देवास फिसड्डी साबित हो सकता है।
देखें विडियो
COMMENTS