देवास। प्रकाश पर्व के उपलक्ष में गुरुद्वारे में अरदास देने गए मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर नगर निगम आयुक्त संजना जैन ने छू लिए। वीडियो सोश...
देवास। प्रकाश पर्व के उपलक्ष में गुरुद्वारे में अरदास देने गए मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर नगर निगम आयुक्त संजना जैन ने छू लिए। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मंत्री ने अपने बयान में कहा कि निगमायुक्त मेरी छोटी बहन जैसी है भाई दूज पर मिल नहीं पाए इसलिए पैर छुए। इधर भाजपा के देवास सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि यह कांग्रेस की रीत है। अगर भाई बहन का रिश्ता है तो घर पर पैर छूते बाहर तो मंत्री और लोक सेवक हैं।
पैर छूने के मामले गर्म है
मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की चरण वंदना का मामला अभी थमा भी नहीं था कि अब देवास नगर निगम की कमिश्नर संजना जैन विवादों में आ गई है।
शुक्रवार को गुरुनानक जयंती पर गुरुद्वारे में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में देवास की नगर निगम कमिश्नर संजना जैन मप्र सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर छूते नजर आई, जो नियमों के तहत प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना जाता है।
2008 के विधानसभा चुनाव में स्वर्गीय तुकोजीराव पवार से हुआ था विवाद, अब मिला इनाम?
देवास नगर निगम कमिश्नर संजना जैन इससे पहले 2008 में भी विवादों में रह चुकी है। तब नामांकन फॉर्म जमा करने के मामले में तुकोजीराव पवार के उनका जमकर विवाद हुआ था और काफी चर्चा में भी रहा था। 2008 के विधानसभा चुनाव के दौरान सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी सज्जनसिंह वर्मा का ए और बी फार्म जमा किया जाना था। इसी बात को लेकर सोनकच्छ विस क्षेत्र के तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी फूलचंद वर्मा ने आपत्ति दर्ज कराई थी। फूलचंद वर्मा का आरोप था कि कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन वर्मा का ए-बी फार्म जमा नहीं हुआ है। ऐसा नोटिस प्रशासन की ओर से बोर्ड पर लगाया था, लेकिन बाद में सज्जनसिंह वर्मा का फार्म समयावधि बीत जाने के बाद भी जमा कर लिया था।
इसी मामले को लेकर तुकोजीराव पवार देवास के एसडीएम कार्यालय पहुंचे थे और उन्होंने नोटिस के साथ ही अन्य कागजों की कॉपी तत्कालीन रिटर्निंग अधिकारी संजना जैन से मांगी थी। तब संजना जैन देवास में एसडीएम पद पर पदस्थ थी। इसी दौरान तुकोजी पवार की अधिकारी संजना जैन से बहस हो गई थी।
शासकीय कार्रवाई के दौरान उनके द्वारा साथ लाए आवेदन अधिकारी की टेबल पर फेंकने की बात सामने आई थी। तत्कालीन अधिकारी संजना जैन की शिकायत पर तुकोजीराव पवार और फूलचंद वर्मा के खिलाफ धारा 353 के तहत शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया गया था। हालांकि बाद में प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई और संजना जैन लूप लाइन में ही रही। लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा है कि 15 साल बाद प्रदेश में फिर कांग्रेस सरकार बनी तो मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने फिर देवास नगर निगम में उनकी पोस्टिंग कराई।
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