देवास। जिला न्यायालय ने सांप्रदायिक उपद्रव और धार्मिक स्थल में पेट्रोल बम की बरामदगी के मामले में 19 आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुनाई है। सजा सुनने के बाद एक आरोपी की तबीयत खराब हो गई जबकि कुछ आरोपी अभद्र भाषा का प्रयोग करते नजर आए।
15 जनवरी 2016 को हुए सांप्रदायिक उपद्रव के दौरान 19 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया था। यही नहीं सर्चिंग के दौरान एक धार्मिक स्थल से पेट्रोल बम बरामद हुए थे।
देवास जिला न्यायालय में 19 आरोपियों को विभिन्न धाराओं में 10-10 साल की सजा सुनाई गई। सजा सुनने के बाद एक आरोपी की तबीयत खराब हो गई जिसे जिला अस्पताल ले जाया गया। अन्य आरोपियों को जब कोर्ट से पुलिस अपने वाहन में ले जा रही थी तब बड़ी संख्या में आरोपी के परिजन और समर्थक वहां एकत्रित हो गए थे इसी दौरान कई बार अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया गया। एक आरोपी गाली बकता भी नजर आया इसके बाद पुलिस ने वहां मौजूद भीड़ को खदेड़ दिया।
पुरानी घटना से नहीं लिया सबक
पुलिस ने कोर्ट परिसर के अंदर भीड़ को आने से नहीं रोका। करीब 2 साल पहले भी एक मामले में सजा पाने के बाद आरोपी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते नजर आए थे। उस समय भी उनके समर्थक बड़ी संख्या में कोर्ट परिसर के अंदर मौजूद थे। आज की सजा के दौरान भी पुलिस ने एहतियात नहीं बरती और कोर्ट परिसर में है सैकड़ों की संख्या में समर्थक मौजूद थे, जिन्हें देखते ही आरोपी भड़क गए और कुछ रोने लगे तो कुछ गाली बकने लगे।
इन्हें हुई सजा
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