देवास। भारतीय किसान यूनियन और राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ द्वारा 29 से 31 और 1 जून से 6 जून तक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आन्दोलन की चेतावनी दी है। प्रशासन ने भी अपनी तैयारी पुख्ता कर ली है और जिले भर में पुलिस ने किसानों,फल और दूध उत्पादकों के साथ बैठक की है।
बताया जा रहा है भारतीय किसान यूनियन ने 29 मई से 31 मई और राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ द्वारा एक जून से छह जून तक किसान आंदोलन का आह्वान किया गया है। इस दौरान सब्जी और दूध की सप्लाई बाधित हो सकती है। हालाकिं आन्दोलन का असर देवास जिले पर क्या होगा इस बारे में संशय की स्थिति है, क्योकिं कुछ स्थानों पर किसान संगठनों ने ज्ञापन भर दिए हैं लेकिन आदोलन की रूपरेखा क्या होगी यह स्पष्ट नहीं है।
पुलिस ने भी सूचना के आधार पर अपनी तैयारी कर ली है और जिले भर में बैठकें लेकर किसानों सब्जी और दूध उत्पादकों को शांति बरतने को कहा गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर ने कहा की हमारी आन्दोलन को लेकर पूरी तैयारी है।
उल्लखनीय है की पिछली बार हुए किसान आन्दोलन में मंदसौर के बाद देवास में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी जिसमे रास्ते चलती बसों और ट्रकों को फूंक दिया था और कई थाने और चौकियां तक जला डालीं गईं थी।
क्या है किसानों की मांगे
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघकी टोंकखुर्द् इकाई ने नायब तहसीलदार नाहिद अंजुम को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में कहा गया कि दो लाख तक के कर्जदार किसानों का कर्ज माफ किया जाए, मंडी उपज का नगद भुगतान किया जाए, मंडी में पैसा लेकर भाग रहे व्यापारियों पर सख्ती करे, सोयाबीन की भावांतर राशि किसानों के खाते में डाले। ज्ञापन में बताया गया कि मांगों को लेकर महासंघ द्वारा आंदोलन किया जाएगा। इसकी जवाबदारी प्रशासन की रहेगी।
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