देवास। जिला अस्पताल में मनमर्जी से नौकरी कर रहे डॉक्टर और कर्मचारियों को सिर्फ कारण बताओं नोटिस दे कर इतिश्री की जा रही है। अब तक कार्यवाही किसी पर देखने को नहीं मिली है। लगातार शिकायतों के बाद सिर्फ जांच का ढोंग देखें को मिलता है और ले-दे कर परिणाम नहीं मिलता। पहले भी 74 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था लेकिन अब तक कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली।
कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय ने जिला अस्पताल की चिकित्सक डॉ. पुष्पा पवैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है तथा उन्हें सूचना पत्र प्राप्ति से 3 कार्य दिवस में अपना उत्तर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि नियत समयावधि में लिखित जवाब नहीं प्रस्तुत करने पर एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए वरिष्ठ कार्यालय को अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु प्रस्ताव भिजवाया जाएगा।
बताया गया कि सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय देवास द्वारा प्रतिवेदन क्रमांक/ शिकायत/2018-19/ 319 दिनांक 22-01-2019 से प्रतिवेदित किया गया है कि डॉक्टर पवैया द्वारा प्रसूता काजल पति सुनिल से प्रसव हेतु राशि की मांग सीधे न करते हुए आशा कार्यकर्ता श्रीमती हेमलता रघुवंशी के माध्यम से प्रसूता के परिजनों से की गई। उनकी यह कार्यप्रणाली संदेहास्पद स्थिति में संलिप्त्ता को दर्शाती है। प्रतिवेदन में यह भी बताया गया कि संबंधित चिकित्सक को वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा समक्ष में कई बार समझाइश दी गई कि वे अपने कर्तव्यों का निवर्हन पूर्ण निष्ठा व इमानदारी से सुनिश्चित करें। बावजूद इसके वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश/निर्देशों की अवहेलना की गई जो कि अत्यंत ही आपत्त्िा जनक है।
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