देवास। स्थानीय कृषि उपज मंडी में एक लाइसेंसी व्यापारी दिलीप ठाकुर किसानों का लाखों रुपये लेकर चंपत हो गया है।
बार-बार सूचना करने के बाद भी जब व्यापारी द्वारा किसानों के खाते में रुपया जमा नहीं कराया गया तो किसानों ने तीन दिन पूर्व धरना प्रदर्शन किया था, तब व्यापारी व मंडी सचिव ने लिखित में आश्वासन दिया था कि आगामी तीन दिवस में सभी किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन समयावधि समाप्त होने के बाद भी जब व्यापारी द्वारा भुगतान नहीं किया गया और उसने द्वारा मंडी सचिव तक का फोन नहीं उठाया गया, तब शाम को मंडी सचिव बीएनपी थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत पर पुलिस जांच कर प्रकरण दर्ज करने की बात कह रही है।
उल्लेखिनीय है की वर्ष 2017 में दिलीप ठाकुर निवासी चूड़ी बाखल द्वारा कृषि उपज मंडी में विद्या ट्रेडर्स के नाम से लाइसेंस बनवाया था और इसी फर्म के माध्यम से वह सोयाबीन की खरीदी भी कर रहा था। बीच में उसने व्यापारी बंद कर दिया था और पिछले एक-डेढ़ महीने से उसने सोयाबीन की खरीदी फिर प्रारंभ कर दी थी। कुछ दिनों तक व्यापारी द्वारा किसानों के खाते में राशि डाली लेकिन पिछले 25 दिन से व्यापारी द्वारा कृषकों का भुगतान बंद कर दिया। कुछ दिन तक किसान व्यापारी के चक्कर लगाते रहे, लेकिन जब बात नहीं बनी तो करीब 10 दिन पूर्व किसानों ने मंडी कार्यालय पहुंचकर सचिव को इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। तब मंडी प्रशासन द्वारा विद्या ट्रेडर्स की खरीदी बिक्री पर रोक लगा दी थी। फिर भी व्यापारी दिलीप ठाकुर द्वारा किसानों का करीब 35 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया जा रहा था। शुक्रवार को मंडी सचिव व अन्य अधिकारी विद्या ट्रेडर्स के दिलीप ठाकुर को फोन लगाते रहे, लेकिन उसने फोन तक नहीं उठाया। इसी बात से नाराज होकर एसडीएम जीवनसिंह रजक ने मंडी सचिव को व्यापारी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये। निर्देश मिलते ही मंडी सचिव अश्विनी सिन्हा देर शाम को बीएनपी थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे, जहां पर उन्होंने टीआई ओ.पी. अहीर को व्यापारी के खिलाफ लिखित आवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर टीआई ओपी अहीर ने जांच उपरांत प्रकरण दर्ज करने की बात कही है।
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