लोकसभा में भाजपा के लिए खतरे की घंटी हैं पांच राज्यों के परिणाम
नईदिल्ली। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के लिए खतरे की घंटी हैं। भाजपा भले ही यह कहकर अपना बचाव कर ले कि विधानसभा व लोकसभा में मतदाता का वोट करने का नजरिया अलग-अलग होता है लेकिन यह तय है कि भाजपा ने अब भी अपनी नीति, रणनीति में बदलाव नहीं किया तो 83 लोकसभा सीटों वाले यह पांचों राज्य उसकी जीत की उम्मीद पर पानी फेर सकते हैं। विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनना लगभग तय हो गया है और मप्र में भी वो सरकार बनाने के बिल्कुल करीब है। तेलंगाना में टीआरएस व मिजोरम में एमएनएफ ने जीत हासिल कर ली है। इन पांचों राज्यों में कुल 83 लोकसभा सीटे हैं, ऐसे में लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है।
यह हो सकती है लोकसभा चुनाव की स्थिति
मप्र: रुझानों के मुताबिक कांग्रेस ने 115 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है जबकि भाजपा 104 पर है। अगर इन नतीजों से अनुमान लगाएं तो लोकसभा चुनावों में भाजपा केवल 14 सीटें ही जीत सकती है। वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो वह 16 सीटें जीत सकती है। वर्तमान में भाजपा के पास 27 और कांग्रेस के पास 2 लोकसभा सीटे हैं।
राजस्थान: रुझानों के अनुसार कांग्रेस ने 104 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है। जबकि भाजपा 69 पर है। अगर इन नतीजों से अनुमान लगाएं तो लोकसभा चुनावों में भाजपा 8 सीट जीत सकती है। वहीं कांग्रेस 13 सीटें जीतने में कामियाब हो सकती है। फिलहाल राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीटें भाजपा के खाते में हैं।
छत्तीसगढ़: कांग्रेस ने 62 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है। जबकि भाजपा 13 पर है। अगर इन नतीजों से अनुमान लगाएं तो लोकसभा चुनावों में भाजपा एक सीट जीत सकती है। वहीं कांग्रेस 7 सीटें जीत सकती है। फिलहाल छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास 10 लोकसभा सीट हैं।
तेलंगाना: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 119 सीटों पर हो रहा है। जिनमें से बहुमत के लिए 60 सीटों की आवश्यकता है। टीआरएस ने यहां शानदार प्रदर्शन किया है, कांग्रेस ने 21 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है। जबकि भाजपा 1 पर है। अगर इन नतीजों से अनुमान लगाएं तो लोकसभा चुनावों में भाजपा एक भी सीट जीत नहीं सकती। वहीं कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। फिलहाल तेलंगाना में भाजपा के पास 2 और कांग्रेस के पास 2 लोकसभा सीटें हैं। यहां कुल 17 सीटें हैं।
मिजोरम: यहां 40 सीटों पर चुनाव हो रहा है। बहुमत के लिए 21 सीटों की आवश्यकता है। रुझानों के मुताबिक अभी कांग्रेस ने 5 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है। जबकि भाजपा 1 पर है। यहां दूसरी पार्टियां ही जीत हासिल करती हैं। लेकिन कई बार अगर उनके पास बहुमत के लिए सीट की कमी हो तो वह कांग्रेस या भाजपा से गठबंधन कर सकती हैं। फिलहाल मिजोरम में कांग्रेस के पास 1 लोकसभा सीट है जबकि भाजपा के पास एक भी नहीं है।
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